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छोटे हाथों के बड़े कर्म , बाल -श्रम की व्यथा शर्म -शर्म । छोटे हाथों के बड़े कर्म , बाल -श्रम की व्यथा शर्म -शर्म ।
सफेद बाल सफेद बाल
इन्हें भी तो अपना बचपन जीने दो ... इन्हें भी तो अपना बचपन जीने दो ...
एक दूसरे की पीठ को थपथपाया देखो बच्चों को छुड़ाया एक दूसरे की पीठ को थपथपाया देखो बच्चों को छुड़ाया
श्रम करके अपने बल पर दो वक्त की रोटी पाना चाह रहा हूं। श्रम करके अपने बल पर दो वक्त की रोटी पाना चाह रहा हूं।